नगरीय निकायों के 40 हजार दैनिक वेतन भोगियों को वेतन-भत्ते के साथ पेंशन और ग्रेच्युटी भी मिलेगी

नगरीय निकायों के 40 हजार दैनिक वेतन भोगियों को वेतन-भत्ते के साथ पेंशन और ग्रेच्युटी भी मिलेगी


भोपाल । प्रदेश के नगरीय निकायों के करीब 40 हजार दैनिक वेतन भोगियों व सफाई कर्मचारियों का विनियमितीकरण किया जाएगा। वर्ष 2007 से 2016 तक के कर्मचारियों को इससे फायदा मिलेगा। विनियमितीकरण के बाद इन कर्मचारियों के वेतन-भत्ते बढ़ जाएंगे और उन्हें हर महीने तीन से साढ़े तीन हजार रुपए का लाभ मिलेगा। अवकाश, ग्रेच्युटी, सेवानिवृत्ति की सुविधाएं बढ़ जाएंगी। इनके साथ सामुदायिक संगठकों के विनियमितीकरण का प्रस्ताव भी कैबिनेट में आएगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने सोमवार को मप्र नगर निगम-नगर पालिका कर्मचारी संघ के सम्मेलन में दैवेभो के विनियमितीकरण की घोषणा की। इस बारे में संघ के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के बाद जल्द ही आदेश जारी किए जाएंगे। पूरे प्रदेश में करीब सवा 200 सामुदायिक संगठक है, इनका भी विनियमितीकरण होगा।


निकायों के स्थापना व्यय को भी 65 से बढ़ाकर 70 फीसदी किया जा सकता है। सिंह ने सम्मेलन में कहा कि निकायों के सभी रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी। कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने, राष्ट्रीय पेंशन स्कीम का लाभ, अवकाश 290 से बढ़ाकर 340 दिन करने, सेवा समाप्ति और ईपीएफ के बारे में सकारात्मक निर्णय लिए जाएंगे।

सेवा भर्ती नियम में संशोधन के लिए कमेटी
निकायों के सेवा भर्ती नियमों में संशोधन पर भी विचार हो रहा है। संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि मंत्री ने इसके लिए कमेटी बनाने के लिए कह दिया है। यह कमेटी कर्मियों के नियमितिकरण पर विचार करेगी। इसके लिए 10 सदस्यीय कमेटी बनेगी।

कितने तरह के दैवेभो
अलग-अलग निकायों में अलग-अलग तरह के दैवेभो हैं। इसमें साप्ताहिक, 25 व 89 दिवसीय दैवेभो हैं। इन्हें साप्ताहिक अवकाश मिलता है, कलेक्टर दर से भुगतान होता है। इनका ईपीएफ कटता है।


कर्मचारी को 3500 रुपए तक फायदा



  •  वेतन भत्ते बढ़ेंगे, एक कर्मचारी को तीन से साढ़े तीन हजार रुपए का फायदा होगा।

  •  तृतीय श्रेणी के दैवेभो 60 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 62 वर्ष आयु पर सेवानिवृत्त होंगे।

  •  विनियमित राष्ट्रीय पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा।

  •  तीन राष्ट्रीय अवकाश (26 जनवरी, 15 अगस्त 2 अक्टूबर), पांच त्यौहार अवकाश, 7 दिन का आकस्मिक अवकाश, रविवार को साप्ताहिक अवकाश मिलेगा। महिला कर्मचारी को नियमानुसार मातृत्व अवकाश। 

  •  सेवा समाप्ति के लिए भी लगभग सरकारी कर्मचारी की तरह के नियम होंगे।


भोपाल में साढ़े छह हजार से ज्यादा
भोपाल नगर निगम में 2016 तक के साढ़े छह हजार से ज्यादा दैनिक वेतन भोगी हैं। सबसे ज्यादा दैवेभो सफाई कर्मी हैं। इसके साथ ही अतिक्रमण, जलकार्य, ड़ाइवर, तहबाजारी, पार्किंग, राजस्व, ऑफिस ब्वॉय सहित कई क्लर्क भी दैवेभो हैं।


कर्मचारियों की समस्या का समाधान होगा


कर्मचारियों के विनियमितीकरण का फैसला लिया है। उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उनके लिए हमारे घर और कार्यालय के दरवाजे हमेशा खुले हैं। वे भी पूरी तत्परता से काम करें। -जयवर्धन सिंह, मंत्री, नगरीय विकास एवं आवास