16 करोड़ से बने मल्टीलेवल पार्किंग में नहीं पहुंच रहे वाहन, सामने सड़क पर खड़ी हो रही गाड़ियां
भोपाल । 30 अगस्त 2018 से संत हिरदाराम नगर की मल्टीलेवल पार्किंग चालू हो चुकी है। लेकिन 16 करोड़ की लागत से बनी इस पार्किंग के सामने ही आधी सड़क तक गाड़ियां खड़ी की जा रही हैं। पार्किंग का संचालन कर रहे स्मार्ट सिटी के अफसर भी वाहनों को मल्टीलेवल पार्किंग तक पहुंचाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
इसी का नतीजा है कि मेन रोड सहित अंदरूनी मार्गों पर भी ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ रही है। ट्रैफिक पुलिस के अफसर नगर निगम और स्मार्ट सिटी की ओर से इसकी पहल किए जाने के इंतजार में हैं। जिम्मेदारों के सुस्त रवैये के चलते रविवार को भी पार्किंग खाली रहती है। चार पहिया वाहनों को छोड़ दें तो दो पहिया वाहन तो दिनभर में 30-35 ही आते हैं, जबकि क्षमता 300 से ज्यादा की है।
इन रास्तों पर होती है पार्किंग
मेन रोड, मिनी मार्केट, नेहरू मार्केट, पुरानी सब्जीमंडी रोड, संत हिरदाराम कॉम्प्लेक्स रोड, सराफा मार्केट, टेकरी रोड, बस स्टैंड रोड, पीएनबी रोड, सिंधु समाज रोड, कालका चौराहा, सीहोर नाका, भवानी मार्ग, फाटक रोड, स्टेशन रोड।
सवा साल बाद भी नहीं बदली उपनगर की तस्वीर
- 300 से ज्यादा दो पहिया वाहनों की हो सकती है पार्किंग।
- 30-35 से ज्यादा ही वाहन रोज आते हैं यहां पर।
सबसे ज्यादा दिक्कत रविवार को : सड़क पर वाहनों की पार्किंग के चलते सबसे ज्यादा दिक्कत रविवार को होती है। पार्किंग बिल्डिंग तक वाहन चालक गाड़ियां नहीं ले जाते। लोगों को तो जहां जगह मिलती है वहां गाड़ी खड़ी करके चले जाते हैं। इधर ट्रैफिक पुलिस के अफसर जाम के लिए सीधे तौर पर भोपाल नगर निगम को ही जिम्मेदार बताते हैं।
लोगों में जागरुकता जरूरी
सड़कों पर खड़े हो रहे दो पहिया वाहनों के लिए लोगों में जागरुकता जरूरी है। हम भी रोड पर वाहन खड़े करने वालों को चेतावनी देंगे, ताकि पार्किंग बिल्डिंग तक वाहन पहुंच सके। -मोहन जाट, जेडओ, जोन 01
क्रेन एक है इसलिए दिक्कत
एक ही क्रेन होने के चलते रोजाना कार्रवाई करना संभव नहीं हो पाता है। इस समस्या को हल करने के लिए पार्किंग का संचालन करने वाली एजेंसी और नगर निगम के अमले को भी कार्रवाई करनी चाहिए। -गोविंद बिहारी, डीएसपी ट्रेफिक
हम कर सकते हैं मदद
सड़क पर खड़े वाहनों को पार्किंग तक पहुंचाने का काम हमारा नहीं है। ट्रैफिक पुलिस को हमसे किसी तरह का सहयोग की अपेक्षा है तो हम मदद करेंगे। - दीपक सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटि